कैलाश सी शर्मा सर के हाइकुओं पर आधारित हाइगा
11 Slides
-परिचय-
सारे चित्र गूगल से साभार
हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
12 comments:
गहरे अहसासों का सुंदर संगम !
आप दोनों को बधाई !
सभी हाइकु गहरे भाव और अर्थ समेटे हैं...हाइगा के रूप में इनकी प्रस्तुति ने इनके भाव को और भी लाजवाब कर दिया है| आप दोनों को बधाई !
मधु जी आपने मेरे शब्दों को जीवन्त कर दिया..लाज़वाब हाइगा...बहुत बहुत आभार
बहुत सार्थक प्रस्तुति!
बहुत अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया !
आपकी पोस्ट चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा मंच-791:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
सुंदर प्रस्तुती....--
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
--
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है!
सूचनार्थ!
बहुत सुन्दर ऋता जी...
मन खुश हो गया..
सस्नेह..
सुंदर कोमल हाइगा ।
बहुत खूब ... कैलाश जी भी गज़ब का कमाल कर रहे हैं ...
गहरे एहसास लिए ... लाजवाब ...
बेहतरीन अल्ग२ भाव लिए सुंदर हाइगा. अच्छी प्रस्तुति,.....
MY NEW POST...आज के नेता...
Post a Comment