1125 HAIGAS PUBLISHED TILL TODAY(04.09.15)......आज तक(04.09.15) 1125 हाइगा प्रकाशित Myspace Scrolling Text Creator

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रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर मधु

Wednesday, 22 February 2012

मुमुक्षु-संतुष्टि---हाइगा में

कुछ भाव हैं
गहरे एहसास
दिल के पास |
सारे चित्र गूगल से साभार

4 comments:

रविकर said...

थकित चकित माता पड़ी, जर्जर काया ठूठ।

सन्ताने ताने कसें, मोबाइल गा रूठ ।।

दिनेश की टिप्पणी - आपका लिंक

dineshkidillagi.blogspot.com

vidya said...

गहरे भाव...चंद शब्दों में...
सुन्दर...

Kailash Sharma said...

बहुत मर्मस्पर्शी प्रस्तुति...

abhi said...

अरे, अंतिम वाली तो गज़ब की है

"माँ ने धरी है
मोबाइल गोद में
बोलेगा लाल"

:)