हाइगा बनाने के लिए छायाचित्र अभिषेक कुमार जी(अभि)
ने भेजा है |
उनकी उत्कृष्ट फोटोग्राफी बिल्कुल पर्यावरण के अनुकूल हैं.
अभिषेक कुमार जी का परिचय
सारे चित्र अभि के कैमरे से
हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
7 comments:
दीदी आपके हाईकू इतने खूबसूरत हैं की तस्वीर एकदम अलग से लग रही है...हाईगा बड़ा खूबसूरत बन पड़ा है.. :) :)
उत्कृष्ट फोटोग्राफी एवं उत्कृष्ट हाइकु के कारन हाइगा जीवंत हो उठा है|बिल्कुल पर्यावरण के अनुकूल हैं।
बधाई..
बहुत ही उम्दा हाईगा|सचमुच हाईगा में पर्यावरण जीवंत हो उठा है |
आपके हाईगा संग्रह एवं आपके मेहनत को देख कर मैं
आपको साधुवाद देती हूं|
मुझे कुछ हाईगा इतना अच्छा लगा कि मैंने उनका प्रिंट आउट एवं फ्रेमिंग करवा कर अपने ड्राईंग रूम में लगा दिया है|
आपके चित्र एवं हाईकु बहुत ही उत्कृष्ट होते हैं|
बहुत सुन्दर हाइकु और उत्कृष्ट चित्र...
अभि फोटोग्राफी करता है, यह तो मालूम था, पर इतनी अच्छी करता है, आज पता चला...। प्यारे से हाइकु और उनके संग सुन्दर चित्रों का सटीक संयोजन...क्या बात है...! आप दोनो को बधाई...।
क्या बात है ... अभि में यह भी हुनर है, नहीं मालूम था.. बहुत ही सुन्दर.
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