हाइगा के मंच पर शामिल हो रही हैं आ० विभा रानी श्रीवास्तव जी
देखते हैं उनके हाइकुओं पर आधारित हाइगा
विभा रानी श्रीवास्तव |
सारे चित्र गूगल से साभार
हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
18 comments:
बहुत सुन्दर....
विभा जी को और ऋता जी आपको भी बधाई...
सस्नेह
अनु
नायाब तरीके से प्रस्तुत
सचित्र हाईगाकू
सादर सु-प्रभातम्
विभा जी और आदरणीया रीता जी आप दोनों को बधाई खुबसूरत हाइगा .
बहुत सुन्दर...
Greatest word and touching pictures.......
Thanks a lot BADI MAA
बहुत सुन्दर...
Touching words
सुन्दर सचित्र हाईगकू
बहुत हीं सुन्दर रचनाएं ।बधाई।:)
बहुत सुन्दर !!
मन की मुराद पूरी हो गई !!
आभार शब्द छोटा पड़ गया ..... !!
शुभकामनायें !!
विभा जी के सुंदर हाइकू से हाइगा जोरदार बन बैठा।
recent poem : मायने बदल गऐ
उम्दा हाइकु
....विभा जी को और आपको बधाई..!!!
marvellous .
बेहद प्रभावी हाइकु ..हाइगा सहित
सामर्थ्य जाना तो
हर विधा
साथ हो गई ....
शुभकामनायें यहाँ भी जगमगाने के लिए
छोटी छोटी लाइनों में गहरी बात ...
बधाई ...
वाह: बहुत बढ़िया..आप दोनों को बहुत बहुत बधाई..
lagtaa hai inhe samajhnaa padega.
प्रिय ऋता जी,
हमें आपको यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि ITB की सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉगों की डाइरैक्टरी में आपका ब्लॉग सम्मिलित किया गया है। हम नयी डायरेक्टरी आज दोपहर तक ज़ारी कर पाएंगे। हमने एक कमेंट के रूप में यह सूचना देने की गुस्ताखी इसलिए की कि आपका ईमेल ID ब्लॉग पर नहीं मिला।
शुभकामनाओं सहित,
ITB टीम
सुन्दर भावपूर्ण हाईकू और उनका बेहतरीन हायगा में रूपांतरण अदभुत है. बधाई विभा जी और ऋता जी आप दोनों को.
Post a Comment