आज का हाइगा अनोखे अंदाज में...प्रस्तुत है नीना शैल भटनागर जी के हाइकुओं पर आधारित हाइगा
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नीना शैल भटनागर |
सारे चित्र गूगल से साभार
हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
नीना शैल भटनागर |
23 comments:
सुंदर सृजन लाजबाब हईगा ,,,
RECENT POST : सुलझाया नही जाता.
बहुत ही सुंदर और सार्थक प्रस्तुती, आभार।
नमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलवार (20 -08-2013) के चर्चा मंच -1343 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
नमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलवार (20 -08-2013) के चर्चा मंच -1343 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ऋता जी ,हार्दिक आभार मेरे हाईकू को सुंदर रूप में प्रस्तुत करने के लिए और धन्यवाद उन सभी का जिन्होने इसे सराहा ....:)
ऋता जी ,
हार्दिक आभार मेरे हाइकु को सुंदर प्रस्तुति देने के लिए तथा धन्यवाद उन सभी का जिन्होने इसे सराहा ....:)
सुंदर और सार्थक प्रस्तुती, आभार*******
बहुत सुन्दर...
:-)
बहुत सुन्दर...
:-)
सुंदर हैं।
भावपूर्ण ओर सुन्दर रक्षा बंधन की बधाई ओर शुभकामनायें
सुंदर हाइकु हाइगा में ढलकर और भी मोहक हो गए हैं । बधाई आप दोनों को !
सुंदर हाईकू और चित्रों के साथ मिल कर और मोहक हाइगा बन गये जैसे सोने पे सुहागा ! बहुत खूब ॠता जी !
बहुत सुन्दर ...मोहक प्रस्तुति है आपकी ...
हार्दिक आभार आप सभी की प्रशंसा के लिए
वाह .... लाजवाब हैं सभी हाइगा ... शब्द ओर चित्रों का संगम ...
हार्दिक आभार अनुपमा पाठक जी ...:)
धन्यवाद धीरेन्द्र सिंह भदौरिया जी ...आपकी प्रशंसा का ..:)
हार्दिक आभार राजेंद्र कुमार जी ...मेरे सृजन की प्रशंसा के लिए ...:)
आभार सुशीला सेठ जी आपकी प्रतिक्रिया का...वास्तव में ये हाइकु हाइगा के रूप में और सुंदर हो गए ...रीता शेखर जी को भी धन्यवाद :)
धन्यवाद रीना मौर्या जी ,सुशीला जी , रमाकांत सिंह जी , साधना वेद जी , ज्योति कलश जी ,मदन मोहन सक्सेना जी,देवेन्द्र पाण्डेय जी , दिगम्बर नासवा जी ...आप सब की प्रशंसा के लिए....अत्यंत मनोबल वर्धक हैं आप सभी की टिप्पड़ियां ...:)
अदभुत ,बेमिसाल ढेरो शुभ कामनाये ..शीर्ष पर नाम हो आपका .......
अदभुत...बेमिसाल..ढेरो शुभकामनाये ...
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