नीना शैल भटनागर जी ने नया ब्लॉग बनाया है ...वहाँ follower बनें एवं उनकी कविताओं का आनंद लें ...प्रस्तुत है उनके हाइकुओं पर आधारित हाइगा
सारे चित्र गूगल से साभार
हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
10 comments:
सुन्दर प्रस्तुति-
बढ़िया हाइगा -
आभार आदरणीया-
हार्दिक आभार रविकर जी ....मेरे ब्लॉग की कवितायें भी पढ़ें और अपनी टिप्पड़ियाँ दें ...प्रसन्नता होगी ...:)
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 31-10-2013 के चर्चा मंच पर है
कृपया पधारें
धन्यवाद
सुन्दर प्रस्तुति
नई पोस्ट हम-तुम अकेले
माता की महिमा महत, ममता का संसार।
माता ही सन्तान को, करती बहुत दुलार।।
बहुत सुंदर
हार्दिक आभार रूपचंद शास्त्री मयंक जी , इस हाइगा पर अपनी सुंदर प्रतिक्रिया देने के लिए ...कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें ....:)
आभार दिलबाग विर्क जी ...अवश्य देखती हूँ !!!
बहुत खुबसूरत
सविता मिश्रा जी ,
हार्दिक आभार आपकी सराहना का .... :)
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