हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
3 comments:
बहुत नयनाभिराम। बधाई स्वीकारें ॠता जी !
वाह! इतनी बड़ी बात सहजता से
समझा दिया आपने|आगे भी अच्छी
रचना की आशा करता हूँ|
हाइगा के बारे में बहुत सुन्दर जानकारी मिली आपके ब्लॉग पर आकर.
वाकई में चित्र और शब्द दोनों बहुत सुन्दर प्रकार से 'विनम्रता' के भावों को प्रकट कर रहे हैं.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
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