हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
9 comments:
बहुत बढ़िया हाइगा! बेहद ख़ूबसूरत ! शानदार प्रस्तुती!
वाकई जगमग जगमग दीपावली आगई|
आभार
हमें उजाला लाना ही है लव तो होता पगला
दीपक बाती झूम रहे हैं, इक पिछला इक अगला
दीवाली पर दीप जले कुछ ऐसे, ऐसे, उजला
कहाँ रौशनी खातिर देखो, मोम जरा सा पिघला
लिंक आपकी रचना का है
अगर नहीं इस प्रस्तुति में,
चर्चा-मंच घूमने यूँ ही,
आप नहीं क्या आयेंगे ??
चर्चा-मंच ६७६ रविवार
http://charchamanch.blogspot.com/
इधर दिवाली हइगा खातिर, मोम जरा सा पिघला
बहुत अच्छा...मेरी बधाई...।
प्रियंका गुप्ता
बहुत सुन्दर ..
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
बहुत सुन्दर रचनाएं....
आपको सपरिवार दीप पर्व की सादर बधाईयां....
बहुत सुन्दर!
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