हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
8 comments:
सुन्दर हाय्गा , बेहतरीन , कृष्ण जन्मास्त्मी
की शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर हाइगा
बहुत सुन्दर-सुन्दर चित्र लिए है...
शानदार:-)
हे कृष्ण गोविन्द हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेव
KHUBSURAT AUR KHUBSURAT
आपकी पोस्ट कल 9/8/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा - 966 :चर्चाकार-दिलबाग विर्क
खूबसूरत चित्रों को परिभाषित करते श्री कृष्ण के विभिन्न रूपों के दर्शन कराते हाइगा---आपको व् आपके समस्त परिवार को जन्माष्टमी की बधाइयां
बहुत सुन्दर हाइगा ..... कृष्ण जन्माष्टमी
की शुभकामनाए....
कृ्ष्ण-जन्माष्टमी के शुभ-अवसर पर सुंदर प्रस्तुति
बहुत मन भावन हाईगा
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