हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
7 comments:
एक एक हाइगा और चित्र काफी लाजवाब और सुन्दर हैं। :)
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत हैं।अगर आपको अच्छा लगे तो मेरे ब्लॉग से भी जुड़ें।धन्यवाद !!
http://rohitasghorela.blogspot.com/2012/10/blog-post.html
हाइगा और चित्र लाजवाब और सुन्दर
लाजबाब ..
हाइकू रचनाओं ने चित्रों में चार चाँद लगा दिए,,,,बेहतरीन हाइगा प्रस्तुति के लिये बधाई,,,,
RECENT POST : समय की पुकार है,
शब्दों और चित्रों का यह मेल अद्भुत है।
बहुत सुन्दर....
सचमुच चार चाँद लग गये, वाह !!!!!!
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