' यादों के पाखी ' एक हाइकु संग्रह है जो रामेश्वर काम्बोज हिमांशु जी, डॉ हरदीप सन्धु जी एवं डॉ भावना कुँअर जी के सम्पादन में प्रकाशित हुई है| इसमें कुल ४८ हाइकुकारों की रचनाओं को स्थान दिया गया है जिनमें मैं भी शामिल हूँ| यह पुस्तक मुझे मिली तो इसमें प्रकाशित हाइकुओं पर हाइगा बनाने की इच्छा हुई|
पेश है आ० रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' सर के हाइकुओं पर आधारित हाइगा
सारे चित्र गूगल से साभार
6 comments:
हर एक हाइकू व चित्र लाजवाब हैं ... :)
मेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://rohitasghorela.blogspot.com/2012/11/3.html
भीगी आँखें और सुनी बाटबहुत कुछ कहती हैं
बहुत बढ़ियाँ...
:-)
हिमांशु जी का हाइकू होता ही अच्छा है। आपने चित्र ढूँढने में कमाल की मेहनत की है।
बहन ॠता शेखर जी आपके इस परिश्रम के लिए बहुत आभारी हूँ । आपके चित्र संयोजन ने इन हाइकु को नई अभिव्यक्ति दे दी है !
उदासी लिए पर प्रभावी हाइकू ...
Post a Comment