हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
Wednesday 30 May 2012
Friday 25 May 2012
दिलबाग विर्क जी के हाइकु - हाइगा में
दिलबाग विर्क जी ने अपनी प्रकाशित पुस्तक'माला के मोती'मुझे भेंटस्वरूप भेजा है|मैंने इस पुस्तक की समीक्षा लिखी है|
प्रस्तुत है उसी पुस्तक के कुछ हाइकु, हाइगा के रूप में|
आभार...
सारे चित्र गूगल से साभार
Sunday 20 May 2012
Monday 14 May 2012
Wednesday 9 May 2012
Tuesday 8 May 2012
तू आना मेरे देस मेरी लाडो - हाइगा में
सत्यमेव जयते देखने के बाद मेरी इच्छा हुई कि मैं भी बेटियों वाली एक पोस्ट डालूँ.यह पूर्व प्रकाशित है.आज मैं इसे पुन: प्रकाशित कर रही हूँ और इसे समर्पित कर रही हूँ उन सभी दादा- दादियों , माता- पिताओं और सभी घरों को जो बाहें फैला कर बेटियों का स्वागत करते हैं...वैसे मुझे ये नहीं मालूम है बेटियों का सहर्ष स्वागत करने वाले कितने प्रतिशत घर हैं.
Monday 7 May 2012
Tuesday 1 May 2012
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