
हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
Monday, 24 February 2014
Saturday, 15 February 2014
Tuesday, 11 February 2014
चित्र एक -हाइगा अनेक
फेसबुक के ग्रुप साहित्यिक मधुशाला-हाइकु कार्यशाला पर हरेक सप्ताह 'इवेंट' का आयोजन होता है जिसमें सभी वरिष्ठ एवं नवोदित हाइकुकार प्रसन्नतापूर्वक भाग लेते हैं...फरवरी के दूसरे सप्ताह में बसंत इवेंट का आयोजन किया गया जिसमें मेरे द्वारा प्रेषित चित्र पर कुछ रचनाकारों ने हाइगा बनाया और कुछ ने चित्र के भाव के अनुसार हाइकु प्रेषित किए ...प्रस्तुत है हाइकुकार मित्रों द्वारा प्रेषित हाइगा...
१.
२.ज्योतिर्मयी पन्त जी
हैं ऋतुराज
रूप रस सुगंध
निखरे आज |
३. रीना मौर्य जी
४. रेखा नायक रानो जी
५. राजीव गोयल जी
६. सुरेश चौधरी जी
७. विभा श्रीवास्तव जी
Tuesday, 4 February 2014
आशाओं की कस्तूरी - हाइगा में
दौड़ाती रही
आशाओं की कस्तूरी
आशाओं की कस्तूरी
जीवन भर ||
आदरणीय त्रिलोक सिंह ठकुरेला जी के हाइकुओं को देखिए हाइगा के रूप में...हाइकु भेजने के लिए आ०ठकुरेला जी का आभार !!
हाइकु में भाव और सार्थकता का सम्मिश्रण हो तो हाइगा के रूप खिल जाते हैं | सिर्फ कटाक्ष या उपदेश काव्य की दृष्टि से भावपूर्ण नहीं माने जाते |
सारे चित्र गूगल से साभार
Sunday, 2 February 2014
''आधी आबादी का आकाश'' -हाइकु संग्रह
अनीता कपूर जी एवं रचना श्रीवास्तव जी द्वारा सम्पादित हाइकु संग्रह ''आधी आबादी का आकाश'' जल्दी ही विश्व पुस्तक मेले में होगा , अनीता जी और रामेश्वर कम्बोज 'हिमांशु' सर की तहे दिल से आभारी हूँ जिन्होमे मुझे भी इस संकलन में स्थान दिया है। आधी आबादी के नाम से विश्व की चुनिंदा ६२ महिलाओ को इसमें शामिल किया गया है ---




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