हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-हाइकु’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु से साभार
यदि आप अपने हाइकुओं को हाइगा के रूप में देखना चाहते हैं तो हाइकु ससम्मान आमंत्रित हैं|
रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर ‘मधु’
Wednesday 31 March 2021
Saturday 27 March 2021
हाइगा- मूल स्वरूप में-मेरी पेंटिंग मेरे हाइकु
२५ सितम्बर २०१६ को हाइगा की अन्तिम पोस्ट लगाई थी| मैं हाइगा २०११ से ही बना रही हूँ| उस वक्त फोटो पर लिखना आसान नहीं हुआ करता था| न ही फोटो सहज उपलब्ध हुआ करते थे| तब गूगल से फोटो कॉपी करके हाइगा बनाती थी| २०१५ से मोबाइल अच्छी क्वालिटी के आने लगे| धीरे धीरे एनरॉयड फोन से फोटो पर टेक्स्ट लिखना भी आसान होने लगा| पहले स्वयं के साथ साथ ब्लॉगर साथियों द्वारा भेजे गए हाइकु से भी हाइगा बनाती थी| बाद में लगा कि यदि हाइगा के मूल स्वरूप को बरकरार रखना है तो चित्र भी स्वयं ही बनाने होंगे| कभी चित्र बनाकर हाइकु लिखना है, कभी हाइकु के अनुरूप चित्र बनाना है|
अब कोशिश रहेगी कि खुद की बनाई पेंटिंग पर हाइगा बनाऊँ और इस ब्लॉग को पुनः सक्रिय बना सकूँ| इसके लिए पहले की तरह आप सभी का आशीर्वाद और शुभकामनाएँ चाहिए|