1125 HAIGAS PUBLISHED TILL TODAY(04.09.15)......आज तक(04.09.15) 1125 हाइगा प्रकाशित Myspace Scrolling Text Creator

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रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर मधु

Sunday, 5 February 2012

नदिया चली- हाइगा में

नदिया कहे
जीवन की कहानी
पानी ही पानी |


विद्या जी ने टिप्पणी के रूप मे एक हाइकु दिया है जो बहुत सुंदर है|
उस हाइकु पर हाइगा प्रस्तुत है| 

सारे चित्र गूगल से साभार

7 comments:

vidya said...

जा मिलती है
सागर में आखिर
खोती खुद को...


नदिया की कहानी..
बहुत सुन्दर!!!
सस्नेह.

Ravi Ranjan said...

आपका हाइगा सच में जीवन को नदी से परिभषित कर रहा है|
उम्दा प्रस्तुति!

ऋता शेखर 'मधु' said...

विद्या जी
बहुत बहुत आभार
आपने टिप्पणी में जो हाइकु दिया है उसपर हाइगा बना दिया है| लेबल में भी डाल दिया है|
सस्नेह
ऋता

रवि जी
उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार|
सादर

रचना दीक्षित said...

आपके प्रयोग अनूठे हैं. बहुत सुंदर प्रस्तुति.

vidya said...

ऋता जी आपका बहुत आभार..
:-)

सस्नेह.

दिगम्बर नासवा said...

बेहतरीन ... सभी एक से बढ़ के एक ... हाइगा की जुबानी ... नदिया की कहानी ...

डॉ. मोनिका शर्मा said...

बहुत सुंदर हाइगा ...